-भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव दूर करता है संगीत: संजीव…
हिन्दी दिवस के कार्यक्रम में श्रोताओं ने मिलकर सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा, हिंदी है हम वतन है हिंदुस्तान हमारा….गुनगुना कर देश के प्रति सम्मान प्रकट किया।
श्रोताओं ने मिलकर सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा, हिंदी है हम वतन है हिंदुस्तान हमारा….गुनगुना कर देश के प्रति सम्मान प्रकट किया
डबवाली नगर की प्रमुख संस्था वरच्युस क्लब इंडिया द्वारा आज वीरवार को बाबू नानक चंद मेमोरियल बाल मंदिर स्कूल के प्रांगण में हिंदी दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम में हिंदी सुलेख प्रतियोगिता, रचनात्मक रुचि प्रतियोगिता व व्याकरण के प्रश्नों पर आधारित नीलाम घर भी करवाया गया। इनमें 15 विद्यालयों के करीब 140 विद्यार्थियों ने भाग लिया। विद्यार्थी कवि दरबार में बाल कवियों ने देश के ज्वलंत मुद्दों, सामाजिक सरोकारों एवं देश भक्ति पर अपनी कविताएं प्रस्तुत की ।
इस अवसर पर हिंदी व्याकरण पर आधारित प्रश्नोत्तरी आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में चार्टेर्ड अकाउंटेंट अरुण जिंदल शामिल हुए। संबोधन में उन्होंने कहा कि हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा है जिस पर हर भारतवासी को गर्व करना चाहिए। यह भाषा हमारे भारत देश की पहचान व शान है, श्रेष्ठ भारत का आधार है। साथ ही हिंदी अब संपूर्ण विश्व में बोली जाने वाली भाषा है। मुख्य वक्ता के तौर पर डॉक्टर शन्नो गर्ग ने कहा की हिंदी में सभी भाषाओं को संभाल लेने के गुण हैं। राष्ट्रभाषा, संपर्क भाषा व राजभाषा इन तीनों का समावेश हिंदी है। कश्मीर से कन्याकुमारी तक, साक्षर से निरक्षर तक प्रत्येक वर्ग का व्यक्ति हिंदी भाषा को आसानी से बोल व समझ सकता है। हिंदी भाषा सभ्य भाषा है जो हमें हमारे संस्कारो, संस्कृति व मातृभूमि से जोड़ती है। भावनात्मक एकता के विचारों व एकता को स्थापित करके हमारे विचारों को प्रबल शक्ति प्रदान करती है। संपूर्ण भारत में भाषा की विविधता व अनेकता के रहते हुए भी भावनात्मक एकता स्थापित करने में हिंदी पूरी तरह से समर्थ है।
इस अवसर पर क्लब प्रधान मनोज शर्मा ने सभी का स्वागत करते हुए हिंदी भाषा के महत्व बारे बताया। मनोज शर्मा ने कहा कि हर वर्ष क्लब हिंदी दिवस कार्यक्रम का आयोजन करता है ताकि युवा पीढ़ी में हिंदी का प्रचार प्रसार हो और हिंदी हमारे माथे की बिंदी बनी रहे। पीआरओ नरेश शर्मा ने नीलाम घर व कवि दरबार बखूबी से करवाया।
वहीं, हिंदी सुलेख प्रतियोगिता के परिणामों की जानकारी देते हुए पीआरओ नरेश शर्मा ने बताया कि प्रतियोगिता के कनिष्ठ वर्ग में अरोड़वंश हाई स्कूल की हर्षिता ने प्रथम, सतलुज पब्लिक स्कूल से अंशदीप कौर ने द्वितीय व सरस्वती विद्या मंदिर की सुकून ने तृतीय स्थान पाया। वरिष्ठ वर्ग में प्रथम स्थान पर सरस्वती विद्या मंदिर की सिमरन, द्वितीय स्थान पर गवर्नमेंट मॉडल संस्कृति स्कूल की डिंपल व तृतीय स्थान पर बाल मंदिर स्कूल की सिमरन रहीं। इस प्रतियोगिता में शन्नो आर्य, रितु आर्टिस्ट व मधु कोचर ने निर्णायक की भूमिका निभाई। कहानी वाचन में भगवान श्री कृष्णा शिक्षण महाविद्यालय की राजदीप कौर, पायल व सिमरन ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। मंच संचालन रिटायर्ड बैंक अधिकारी परमजीत कोचर ने बखूबी किया।
इस अवसर पर रंग कर्मी संजीव शाद ने कहा की कविता, कहानी भाव का विषय हैं, इनको दिल से सुनना चाहिए ताकि कहानी, कविता का वास्तविक भाव दिल तक पहुंचे। सभी उपस्थित श्रोताओं ने मिलकर सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा, हिंदी है हम वतन है हिंदुस्तान हमारा….गुनगुना कर देश के प्रति सम्मान प्रकट किया। इस अवसर पर डॉ बीर चंद गुप्ता, जतिंदर जीतू, हरदेव गोरखी, प्रणव ग्रोवर, संतोष शर्मा, डॉ अश्विनी सचदेवा,आशीष मेहता, प्रवीण मोंगा, माही ग्रोवर, रिपुदमन शर्मा, सोम प्रकाश शर्मा, सतपाल जग्गा, कंचन हरचंद और प्रिंसिपल एसके कौशिक के साथ-साथ विभिन्न विद्यालयों के हिंदी शिक्षक उपस्थित थे।
To The Point Shaad