-भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव दूर करता है संगीत: संजीव…
हरियाणा कला परिषद व वरच्युस क्लब इंडिया के संयुक्त तत्वाधान में गांव मसीतां के राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल चल रही 20 दिवसीय लोक संगीत व लोकनृत्य कार्यशाला का शनिवार को समापन पर हुआ भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम
डबवाली
हरियाणा कला परिषद व वरच्युस क्लब इंडिया के संयुक्त तत्वाधान में गांव मसीतां के राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल चल रही 20 दिवसीय लोक संगीत व लोकनृत्य कार्यशाला का शनिवार को समापन हो गया। स्कूल प्रांगण में आयोजित समापन समारोह में प्रतिभागी छात्र-छात्राओं ने कार्यशाला में ली सीख का बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए हरियाणा व पंजाब की लोक संस्कृति की छटा मंच पर बिखेरी।
कार्यक्रम का आगाज ‘राम और लक्ष्मण दशरथ के बेटे……व मेरा यार सुदामा सै……’ भजन सुनाकर हरियाणवी भक्ति गीत और संगीत से किया। क्लब प्रधान मनोज शर्मा ने सभी आए अतिथियों का स्वागत किया व क्लब की गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने हरियाणा कला परिषद का आभार भी जताया। बच्चों ने हरियाणवी लोक नृत्य, हरियाणवी वेशभूषा व संगीत के माध्यम से झूले सावन के.. और टोकनी पीतल की.. गीतों पर प्रस्तुति दी। वही पंंजाब का झूमर व भंगड़ा, लोक गीत मिर्जा, वैवाहिक रीति रिवाज के गीत, गिद्दा आदि परम्परागत लोक संगीत की धुन पर प्रस्तुत करते हुए कला रूपी इन्द्रधनुष मंच पर उतारा। वहीं छठी, सातवीं के छात्र छात्राओं ने रुख लगाओ, धीयां दा सत्कार करो कोरियोग्राफी व खेडन दे दिन चार सहेलियों.. गीत पर नृत्य नाटक पेश कर वर्तमान दौर पर सामाजिक सन्देश भी दिया। मुख्य अतिथि जिला शिक्षा अधिकारी संत कुमार बिश्नोई ने बच्चों से आह्वान किया कि अपने हुनर को जानें, शिक्षा के साथ अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन भी करें ताकि व्यक्तित्व का पूर्ण निखार हो सके। महिला थाना इंचार्ज इंस्पेक्टर सीमा सोढ़ी ने बच्चों को साइबर क्राइम की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मोबाइल का प्रयोग सोच समझ कर करें। सोशल मीडिया को चलाने की समझ बहुत जरूरी है। उन्होंने महिला कानून सम्बधी जानकारी भी दी। खण्ड शिक्षा अधिकारी सुभाष फुटेला ने कहा कि वर्तमान दौर में मौके बहुत मिलते हैं आपने जीवन को निखारने के, अच्छे स्वभाव व कड़ी मेहनत से विद्यार्थी अपनी शिक्षा रूपी प्रोफाइल को बेहतर बना सकते हैं और अपने हुनर के दम पर सब का चहेता बन सकते हैं।
जेजेपी के जिलाध्यक्ष सर्वजीत मसीतां ने कहा कि इस प्रकार का आयोजन हमारे मसीतां गांव में होना सब गांववासियों के लिये सौभाग्य की बात है। हरियाणा सरकार के इस प्रयास से कला व कलाकरों के हुनर को नई उड़ान मिलेगी। स्कूल प्रिंसिपल दिलबाग विर्क ने क्लब व हरियाणा कला परिषद हिसार मण्डल के अतिरिक्त निदेशक महावीर गुड्डू का आभार करते हुए कहा कि गांव मसीतां के बच्चों ने इन बीस दिनों में अपनी कला संस्कृति व लोक संगीत वाद्य यंत्रों को बड़े करीब से देखा और समझा है। लगभग 125 बच्चो ने अपने प्रदेश की वेषभूषा को जाना है जिससे इनके व्यक्तित्व में निखार आएगा। कार्यशाला निर्देशक व प्रसिद्ध रंगकर्मी संजीव शाद ने कहा कि वर्तमान दौर में अपनी कला और संस्कति को बचाने का यह हरियाणा कला परिषद का खूबसूरत प्रयास है कि जड़ को मजबूत किया जाए। हमारे देश के बच्चे जैसे संगीत को सुनेंगे वैसे ही उनके सुंदर विचार व सोच बनेगी। उन्होंने अभिभावकों को भी आह्वान किया कि हमारे घर आंगन के रीति रिवाजों, परम्परागत लोकगीतों व संगीत भी परिवारिक चर्चा का विषय होने चाहिए। बड़े बुजुर्ग के पास बच्चो को बैठना चाहिए ताकि कला रूपी नैतिकता बनी रहे। मंच संचालन सोनू बजाज ने बखूबी निभाया व लोक नृत्य कोच विशाल और गुरलाल सिंह, वीरपाल कौर को भी मंच पर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर सचिव हरदेव गोरखी, बीरचंद गुप्ता, सन्तोष शर्मा, जतिंदर जीतू, परमजीत कोचर, नरेश शर्मा, अमित मेहता, सुखविंदर चंदी, अजय छाबड़ा, प्रवीण सिंगला, प्रणव ग्रोवर, गुरजिंंदर सिंह, सुरेश नारंग, बलजीत सिंह, नरेश गोठवाल, डॉ सतपाल, डॉ राजेश सिहाग, विकास हर्ष, दिनेश, राजिन्दर सहारण, गुरदास सिंह, लीलू राम, स्काउट मास्टर गुरदास सिंह, पूनम मेहता, रितु, सीता रानी, ज्योति बाला, एकता, लवलीन नागपाल, राकेश, संजीव, अमरजीत, बलविन्दर, प्रेम, सुरेश, हरप्रीत कौर, जगपाल व गांव के गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।